जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मे बड़ी कार्रवाई. फर्जी अंकसूची और अपात्र पाये गए तीन दर्जन कर्मचारी सेवा से बरखास्त

बिलासपुर—जिला सहकारी बैंक के मुख्य कार्यापालन अधिकारी अभिषेक तिवारी ने शासन के निर्देश पर पूर्व सीईओ विकास गुरूदीवान संदीप जायसवाल समेत दर्जनों कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। शासन से जांच पड़ताल में दर्जनों कर्मचारियों को फर्जी अंकसूची के आधार पर नौकरी करना पाया गया। शासन और पंजीयक के आदेश के बाद विकास गुरूदीवान, संदीप जायसवाल,परेश गौतम समेत दर्जनों बैंक कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया। बताया जा रहा है जांच पड़ताल में 49 लोगों पर गाज गिरने की आंशका थी। लेकिन गहन जांच के बाद करीब एक दर्जन कर्मचारियों को छोड़कर सभी लोगों पर लगाए गए फर्जी अंकसूची के आधार पर नौकरी करने और वित्तीय अनिमयमितिता के आरोप सही पाए गए।

करीब एक महीने के जिला सहकारी बैंक के पूर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी विकास गुरूदीवान को शासन ने बर्खास्त कर दिया है। इसके अलावा सरकंडा शाखा प्रबंधक और परेश गौतम समेत दर्जनों कर्चारियों पर टर्मिनेशन की गाज गिरी है। जानकारी के अनुसार बर्खास्त किए गए सभी दर्जनों कर्मचारी जिला सहकारी बैंक में फर्जी अंकसूची से नौकरी कर रहे थे। करीब 2 साल पहले शिकायत के बाद शासन के आदेश पर संयुक्त पंजीयक के.एल.ढारगावे की टीम ने जांज पडताल के समय भर्ती के दौरान भारी फर्जीवाड़ा का प्रमाण पाया। ढारगावे ने जांच रिपोर्ट शासन को सौंपते हुए 49 कर्मचारियों की भर्ती को गलत बताया।

मामला काफी दिनो लंबित रहा। इस बीच अध्यक्ष को लेकर जिला सहकारी बैंक में उथल पुथल का दौर चला। विकास गुरूदिवान को मुन्ना राजवाड़े ने अभिषेक तिवारी को हटाकर सीईओ बनाया। करीब एक महीने बाद कोर्ट के आदेश पर गुरूदिवान को सीट छोड़ना पड़ा। इस बीच शासन ने गुरूदिवान को निलंबित कर दिया था।

उथल पुथल के बाद एक बार फिर फर्जी भर्ती मामले को लेकर कार्रवाई शुरू हुई। कलेक्टर के पी.दयानन्द के आदेश और उप-पंजीयक के निर्देश के बाद ढारगावे की रिपोर्ट सुनवाई हुई। 49 में से एक दर्जन कर्मचारियों को छोड़कर दर्जनों कर्मचारियों ने फर्जी अंकसूची दिखाया। या फिर अंकसूची पेश करने में असफल साबित हुए। कई लोग तो जांच कमेटी के सामने ही नहीं आए।

कलेक्टर और उप-पंजीयक के आदेश के बाद सभी कर्मचारियों की अंकसूची को संबधित संस्थानों से वेरीफिकेशन कराया गया। इसके बाद जिला सहकारी बैंक मुख्य कार्यपान अधिकारी अभिषेक तिवारी ने निर्देशानुसार विकास गुरूदीवान,संदीप जायसवाल,परेश गौतम समेत दर्जनों बैंक कर्मचारियों को नौकरी से हमेशा के लिए बेदखल कर दिया।

संयुक्त संचालक ढारगावे की टीम ने जांच पड़ताल के दौरान पाया कि विकास गुरूदिवान और संदीप जायसवाल समेत एक दर्जन से अधिक कर्मचारियों ने वित्तीय अनियमितिता की है। शासन को लाखों रूपयों का चपत लगाया है। किसानों और हितग्राहियों के रकम का गबन भी किया है ।मुख्य कार्यापालन अधिकारी अभिषेक तिवारी ने बताया कि ढारगाव रिपोर्ट के बाद आरोपियों को लगाए गए आरोपों को लेकर जवाब पेश करने को कहा गया। आरोपियों के दस्तावेजों का वेरिफिकेशन भी किया गया। बताए गए संस्थानों से जानकारी भी मांगी। सभी लोगों को अपना पक्ष रखने का अवसर भी दिया गया। कलेक्टर और उप-पंजीयक के निर्देश पर तीन दर्जन लोगों को फर्जी दस्तावेज के आधार पर नौकरी करते पाए जाने पर बर्खास्त किया गया है। दर्जन लोगों के दस्तावेज सही पाए गए हैं। अभिषेक ने बताया कि कार्रवाई कर शासन के निर्देशों का पालन किया गया है।

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