आंगनबाड़ी केंद्र मे 3 माह से नहीं मिल रहा है अमृत दूध
शिखर36गढ़:-सूरजपुर- सरकार कुपोषण दूर करने के लिए एक तरफ जहां करोड़ों रूपए खर्च कर आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को पौष्टिक भोजन खिला रही है वहीं सूरजपुर जिले के कई आगंनबाड़ी केंद्रों में पिछले 3 माह से नौनिहालों को अमृत दूध नहीं मिल पा रहा है। पैष्टिक भोजन की पूर्ति के लिए ही यह दूध दिया जाता है। सूरजपुर जिले के अलावा अन्य जिलों का भी यहीं हाल है। बच्चे दूध की मांग कर रहे हैं, लेकिन दूध आंगनबाड़ी केंद्रों तक नहीं पहुंच रहा है। दूध न मिलने की वजह परियोजना अधिकारी हेमंती प्रजापति ने सप्लाई नहीं होना बताया गौरतलब है कि तीन चार सालों से आंगनबाड़ी केंद्रों में मुख्यमंत्री अमृत योजना के तहत 3 से 6 साल के बच्चों को सप्ताह में एक दिन 100 मिली लीटर दूध दिया जाता है। अब आलम यह है कि बच्चे दूध रूचि लेकर दूध पी रहे है। हफ्ते में बुधवार को सारे बच्चों को दूध दिया जाता है इस कारण उस दिन आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की भीड़ अधिक नजर आती है। नहीं हो रही मॉनिटरिंग सामने आई प्रोटीन की कमीजिले में सैकड़ो स्व सहायता समूह के जरिए रेडी टू ईट निर्माण कर आंगनवाड़ी केंद्रों तक पहुंचाया जाता है। इसे तैयार करते समय संबंधित पर्यवेक्षक को मौके पर मौजूद रहकर मॉनिटरिंग करनी होती है। लेकिन पर्यवेक्षक मॉनिटरिंग नहीं करते। अब प्रोटीन की कमी को दूर करने के लिए अंडे पर जोर दिया जा रहा है इसके साथ ही दूध पिलाना भी एक विकल्प है। लेकिन दूध समय पर नहीं मिलेगा तो प्रोटीन की कमी कहां पूरी हो पाएगी।