बिलासपुर में हर दिन सैकड़ों की संख्या में मिल रहे कोरोना संक्रमित मरीजों के चलते आखिरकार राजधानी रायपुर में लॉकडाउन का फैसला ले लिया गया ।अपुष्ट सूत्रों के अनुसार बिलासपुर में भी 21 से लॉकडाउन किया जा सकता है। इस बार का लॉकडाउन पहले से काफी सख्त होगा ।पहले की तरह पेट्रोल, किराना, सब्जी दुकानों को खोलने की इजाजत नहीं होगी , जहां की सर्वाधिक भीड़ और संक्रमण की संभावना रहती है ।इस दौरान रायपुर को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए रायपुर की सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा।
21 सितंबर रात 9:00 बजे से लेकर 28 सितंबर रात 12:00 बजे तक जारी कर्फ्यू के दौरान मेडिकल दुकाने तो अपने निर्धारित समय पर खुलेंगे लेकिन पिछले बार की तरह पेट्रोल पंप किराना और सब्जी दुकानों को खोलने की इजाजत नहीं होगी ।पेट्रोल पंप केवल शासकीय वाहनों और मेडिकल इमरजेंसी संबंधी वाहनों को ही ईंधन प्रदान करेंगे । दूध पार्लर और वितरण की समय सुबह 6:00 से सुबह 8:00 बजे और शाम 5:00 बजे से 6:30 बजे तक होगा। पशु चारा और पेट शॉप सुबह 6:00 से 8:00 बजे तक और शाम 5:00 से 6:30 बजे तक ही खुलेंगे। ज्यादातर कार्य ऑनलाइन होंगे और गैस सिलेंडर की घर पहुंच सेवा उपलब्ध होगी। इस दौरान सभी शराब दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया गया है । सभी धार्मिक सांस्कृतिक और पर्यटन स्थल पूरी तरह बंद रहेंगे ।सरकारी और निजी कार्यालय भी इस दौरान बंद रहेंगे ।सभा जुलूस आदि के आयोजन पर भी पाबंदी रहेगी ।इस दौरान इमरजेंसी की हालत में ही ई पास के साथ जिले से बाहर आने जाने की अनुमति होगी। यहां तक कि मीडिया कर्मियों से भी घर से ही काम करने को कहा जा रहा है । प्रदेश में बेकाबू होते कोरोना को कंट्रोल करने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता थी । इसी कारण से लोगों को 2 दिन का वक्त दिया गया है, जिससे कि वे अपनी तैयारियां पूरी कर ले। लोगों से भी अपेक्षा है कि वे इस दौरान पूरी तरह घरों में ही रहेंगे। विलासिता की बजाय बुनियादी जरूरतों को पूरा कर यह दिन काट लेंगे ।क्योंकि जान है तो जहान है ।एक बार कोरोना से बच गए तो फिर खाने-पीने ,घूमने, शौक पूरे करने के लिए पूरी जिंदगी पड़ी है।