बिलासपुर पुलिस को मिली कामयाबी ओ एल एक्स के माध्यम से ठगी करने वाले राजस्थान के 2 शातिर ठगों को पकड़ने में
बिलासपुर शिवा गोरख
बिलासपुर पुलिस ने कुछ समय पहले साइबर मितान अभियान चलाया था लेकिन बावजूद इसके अभी भी लोग आसानी से सायबर ठगों के शिकार हो रहे हैं। राहत की बात यह है कि ऐसे कई मामलों में पुलिस अपराधियों तक पहुंचने में भी कामयाब हुई है ।अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पुलिस को मिली कामयाबी हौसला बढ़ाती है। सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में एक महिला ने अपने पलंग बिक्री हेतु डिटेल पोस्ट किया था जिसके जवाब में ठग ने उन्हें फोन किया और भुगतान करने के लिए गूगल पे का नंबर मांगा । चुकी उनके पास गूगल पे नंबर नहीं था इसलिए उसने अपने रिश्तेदार का गूगल पे नंबर दे दिया। हर बार की तरह आरोपी द्वारा भुगतान करने का झांसा देकर महिला और उसके रिश्तेदार से गूगल पे नंबर पर सारी जानकारी हासिल कर ली गई और उन्हें झांसे में लेकर ₹55,000 निकाल लिए गए ।
दूसरा मामला सरकंडा थाना का है जहां एक बुजुर्ग ठगी का शिकार हो गए। उन्होंने ओ एल एक्स पर एक्टिवा गाड़ी का विज्ञापन देखकर गाड़ी खरीदने के लिए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया था। वाहन बेचने वाले ने अपने आप को माना कैंप में फौजी बताया था। माना में ही पदस्थ होने की बात कर उन्होंने लेन-देन का मैसेज आदान प्रदान किया ।इसी दौरान सौदा तय होने पर बुजुर्ग ने आरोपी के बताए मोबाइल नंबर पर ₹25,000 की राशि ट्रांसफर कर दी। इसके बाद ट्रांसपोर्ट एवं अन्य खर्च के नाम पर उनसे कुल ₹45,990 पेटीएम के माध्यम से ले लिए गए। सुधीर बेरिया के नाम पर जारी मोबाइल नंबर के एटीएम में उन्होंने रकम ट्रांसफर कर दिया। बाद में पता चला कि इसी फर्जी फौजी द्वारा एक्टिवा का विज्ञापन देकर खुद को आर्मी का जवान बताकर कई लोगों से ठगी की गई है। बिलासपुर में लगातार हो रही ऐसी घटनाओं के बाद पुलिस अधिकारी चौकन्ने हुए और स्वयं पुलिस कप्तान ने अधिकारियों को इन मामलों की तफ्तीश का निर्देश दिया। जिसके बाद एक संयुक्त विशेष टीम गठित की गई, जिसमें साइबर सेल प्रभारी कलीम खान और सरकंडा निरीक्षक जयप्रकाश गुप्ता भी शामिल थे। गंभीर मशवरे के बाद टीम राजस्थान पहुंची और लगभग 11 दिनों तक कैंप लगाकर वहां के हालात को जाना समझा। यहां तक कि किसी फिल्मी कहानी की तरह अपने आप को भी राजस्थानी वेशभूषा में टीम ने ढाल लिया। लगातार वे अपराधियों की रेकी करते रहे। भरतपुर पुलिस के सहयोग से आखिर पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में कामयाब हुई। बिलासपुर से गई टीम ने olx के नाम पर ठगी करने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। भरतपुर राजस्थान से जाकर और रुख़मीन को गिरफ्तार किया गया है । हालांकि इनका एक साथी मोहम्मद साबिर फरार है। इनके पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल, बैंक खाता बुक ,एटीएम, नगदी रकम आदि जप्त करने में पुलिस को कामयाबी मिलती है । पकड़े गए दोनों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर उन्हें बिलासपुर लाया गया जहां उन्हें कोर्ट में पेश किया गया।
पुलिस ने बताया कि अक्सर लोग फर्जी आर्मी ,अर्धसैनिक, पुलिस के जवान का विज्ञापन देखकर सस्ते में कार मोटरसाइकिल मोबाइल आदि सामान के लालच में फंस जाते हैं। इसी का फायदा ठग उठाते हैं । इसलिए कोई भी सामान ओएलएक्स से खरीदने से पहले सावधानी बरतने की जरूरत है । कोई भी सामान पसंद आने पर तत्काल भुगतान करने से बचना चाहिए। वही एडवांस रकम के नाम पर भी धोखाधड़ी मुमकिन है । इन दिनों ओएलएक्स या क्विकर आदि पर पुलिस आर्मी अर्धसैनिक बल के सुरक्षाकर्मी के पहचान पत्र दिखाकर धड़ल्ले से ठगी की जा रही है इसलिए ऐसे लोगों से खरीदारी करने से पहले विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। पुलिस ने यह भी बताया कि ओ एल एक्स पर केवल फोटो देखकर सौदा ना करें। स्वयं सामान को जांच परख कर ही देन देन करें। कोई भी सामान खरीदते या बेचते समय सामने वाली पार्टी द्वारा भेजे गए किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचें । ऐसी पार्टी को ऑनलाइन पेमेंट ना करें ।क्यूआर कोड से भी ऐसे लोग ठगी करते हैं । ऑनलाइन सामान खरीदते समय कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प ही सर्वोत्तम है। पुलिस ने कहा कि कम कीमत, आकर्षक मूल्य के झांसे में ना आए । जरूरत हो तो ओएलएक्स के वास्तविक कस्टमर केयर नंबर 99990 20545 ईमेल आईडी