एक ऐसी लेखिका बिलासपुर प्रेस क्लब पहुंची जो जॉब छोड़ कर लेखिका करती है और नव यूथ को प्रेरित कराती है
लेखिका तो बहुत ही होगी पर ऐसा लेखिका बहुत कम ही मिलता है जो नव यूथ के बारे में सोचें
पत्रकारों से चर्चा करते हुए लेखिका ने बताई की उसे लेखिका बनने का बहुत जज्बा है और इंजीनियरिंग की पढ़ाई की दिल्ली में रहकर जगह-जगह घूम कर लोगों से और उनकी समस्याओं से और उनकी कार्यरत से रूबरू होकर लिखती है लेखिका ने अपना जॉब छोड़ कर लेखिका लिखती है
लेखिका का सोच है कि जो नव युवकों के जीवन प्रेरित करती है उनकी लेखिका इंग्लिश में होती है इस प्रकार उसकी एक पुस्तक जो On the Open Road लिखी हुई है नोबल और फिर लिख कर बोली की उसकी एक और नोबल आ रही है जो इंग्लिश में रहेगा लेकिन हिंदी अनुवाद भी रहेगा