कोंग्रेसी नेताओं पर हुए लाठीचार्ज का मामला। प्रतिपरीक्षण के लिए बुलाए गए कांग्रेसी
18 सितंबर 2018 को पुलिस ने कांग्रेस भवन में घुसकर कांग्रेसियों को जमकर पीटा था। इस लाठीचार्ज के बाद कांग्रेसियों ने इसका खूब विरोध किया। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में हुए इस घटना के बाद जहां मौजूदा बीजेपी सरकार की आलोचना करते कांग्रेसियों की जुबान नहीं थकते थे, वहीं अब जब प्रदेश में उनकी सरकार है, इन कांग्रेसी नेताओं के सुर बदलने लगे हैं। तकरीबन 1 साल का समय बीत चुका है। और अब इन कांग्रेसियों को न्याय पाने की कोई जल्दबाजी नहीं है। इसके उल्टे उनका कहना है कि न्याय मिलने की प्रक्रिया थोड़ी लंबी होती है लिहाजा उन्हें थोड़ा और इंतजार कर लेना चाहिए । शुक्रवार को इन कांग्रेसी नेताओं को बिलासपुर जिले के अतिरिक्त दंडाधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर अपना बयान दर्ज करना था । प्रतिपरीक्षण के इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता उपस्थित तो हुए, लेकिन अब इनके सुर बदले हुए हैं।