अपने जिम्मेदारियों के प्रति लापरवाही बरतने वाले 30 से अधिक कर्मचारियों को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी में कारण बताओ नोटिस जारी किया
बिलासपुर शिवा गोरख
बिलासपुर–जब से कोरोना वायरस की शुरुआत हुई है तब से स्वास्थ्य विभाग,, पुलिसकर्मी एवं सफाई कर्मियों ने अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का अच्छे से पालन किया है।शायद यही वजह है कि आज इन तीन विभागों को देश भर में कोरोना वारियर्स के रूप में जाना जा रहा है।वही इनकी महत्वपूर्ण भूमिका को लेकर ही देशभर में इनका सम्मान भी किया जा रहा है।
इसी तरह जिम्मेदारियों का पालन बिलासपुर में भी स्वास्थ्य कर्मियों ने बहुत ही अच्छे से किया है।लेकिन इसी बीच स्वास्थ्य विभाग के कुछ ऐसे भी कर्मचारी है,,जिन्होंने मानो दूसरों के कंधे पर बंदूक रखकर चलाया है।कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि कोरोना काल में जहां अन्य स्वास्थ्य कर्मी अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे थे,,तो वहीं कुछ ऐसे कर्मचारी भी थे,,जिन्होंने गैर जिम्मेदाराना हरकत कर खूब काम चोरी की।
लगातार शिकायतों के बावजूद पहले तो स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों ने इस पर पर्दा डाला।लेकिन कहते हैं अति का अंत जल्द ही होता है।इसी तरह स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों के सब्र का बांध टूट गया,,और उन्होंने ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने वाले 30 से अधिक कर्मचारियों को सबक सिखाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रमोद महाजन ने जानकारी देते हुए बताया कि वैसे तो स्वास्थ्य विभाग के समस्त कर्मचारी कोरोना काल के दौरान अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का पालन किए हैं।लेकिन उनमें कुछ ऐसे भी कर्मचारी थे जो लगातार काम चोरी करते आ रहे थे,,और वे अपने जिम्मेदारियों से भी कतराते थे।
जैसे एनएचएम,,सीएमएचओ कार्यालय,,कोरोना जांच केंद्र,,संभागी कोविड अस्पताल और रेलवे कोविड अस्पताल के कुछ कर्मचारियों द्वारा ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरती गई। इसकी शिकायत इन्हें लगातार मिल रही थी,,जिसकी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने खुद मॉनिटरिंग कराई।लेकिन फिर भी कुछ स्वास्थ्य कर्मी थे,,जो अपनी हरकतों से बाज नहीं आए।
इस तरह अंत में अपने जिम्मेदारियों के प्रति लापरवाही बरतने वाले 30 से अधिक कर्मचारियों को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी में कारण बताओ नोटिस जारी किया है।फिलहाल सभी कर्मचारियों की स्पष्टीकरण भी ली जाएगी,, इस दौरान दोषी पाए जाने वाले कर्मचारियों पर विभागीय कार्यवाही भी की जाएगी।