हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति ने बयान जारी कर कहा है कि बिलासपुर एयरपोर्ट 80 सीटर विमानों की उड़ान के लिये पूरी तरह तैया

बिलासपुर शिवा गोरख

बिलासपुर-हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति ने बयान जारी कर कहा है कि बिलासपुर एयरपोर्ट 80 सीटर विमानों की उड़ान के लिये पूरी तरह तैयार है और इसके लिये सभी सुरक्षा उपकरण, टर्मिनल बिल्डिंग और यात्री सुविधाए सभी कुछ मानकों के अनुसार पूरा कर लिया गया है। हालाकि उड़ान प्रारंम्भ करना केन्द्र सरकार और उड़ान योजना की एजेंसी एएआई के हाथ में है, जिनका वांछित सहयोग नहीं मिल पा रहा है।गौरतलब है कि 6.70 करोड़ रूपये की लागत से जो नई टर्मिनल बिल्डिंग प्रस्तावित है उसकी आवश्यकता 4सी एयरपोर्ट के तहत बोईंग और एयरबस विमानों के आवागमन पर होनी है, उसकी वर्तमान में आवश्यकता नहीं है। वर्तमान में जो टर्मिनल बिल्डिंग है वह 80 सीटर विमान के तहत एक समय में दो उड़ानों को हेण्डल करने के लिये पर्याप्त है। आवश्यकता केवल केन्द्र सरकार द्वारा फ्लाईट चलाने की मंजूरी मात्र की है, और बिलासपुर भी पुनः एक बार हवाई नक्शे में जुड़ जायेगा।

भोपाल से बिलासपुर उड़ान को घोषित होने के 4 महने बाद भी अभी तक उसका आदेश जारी नहीं होना यह बताता है कि केन्द्र सरकार और उड़ान योजना की एजेंसी एयरपोर्ट अथाॅरिटी आॅफ इंडिया (एएआई) बिलासपुर से उड़ाने प्रारंम्भ करने के लिये वांछित सहयोग नहीं कर रहे है। यही नहीं एएआई रायपुर कार्यालय को बिलासपुर में लगातार 215 दिन से जारी जनआंदोलन की पूरी जानकारी है उसके बाद भी एएआई के स्तर पर विभिन्न एयर लाईन कंम्पनियों को बिलासपुर से महानगरों तक उड़ाने प्रारंम्भ करने के बारे में कोई पहल नहीं की जा रही है। हाई कोर्ट में भी चल रहे मामले में एएआई का पूरा जोर बिलासपुर से उड़ान शुरू करने के बजाये जमीन का मालिकाना हक पाने के लिये है। बिलासपुर हवाई अड्डे की पूरी जमीन 1967 से राज्य शासन के स्वामित्व में है और एएआई 1998 में सीपत एन.टी.पी.सी की प्रस्तावित चिमनी को एनओसी देने के लिए बिलासपुर एयरपोर्ट को डी-लिस्ट कर चुकी है।

यदि सीपत एन.टी.पी.सी थोड़ा दूर बनाया गया होता तो बिलासपुर एयरपोर्ट 10-15 वर्ष पूर्व ही चालू हो जाता। एन.टी.पी.सी के चिमनी के कारण पुराना रनवे बेकार हो गया और 2018 नया रनवे बनाना पड़ा। वर्तमान रनवे 1500 मीटर लंम्बाई का है जिसमें एटीआर 600, बम्र्बाडियर क्यू 400 विमान संचालित हो सकते है।

आज 215वें दिन धरने में राकेश शर्मा राकेश तिवारी ऋषिकेश केसरी, बद्री यादव, अभिषेक चैबे, संतोष पीपलवा, ब्रम्हदेव सिंह ठाकुर, देवेंन्द्रे सिंह बाटू, समीर अहमद बबला, अकिल अली, अशोक भण्डारी, नवीन वर्मा, मनोज तिवारी, मानख धुर्वे,संतोष साहू, रघुराज सिंह ठाकुर, पवन पाण्डेय, संजय पिल्ले, मनोज श्रीवास, रविन्द्र सिंह, केशव गोरख, ललित किशोर व्यास, नागेन्द्र दयाल पत्रवाणी, नरेश यादव, विभूतिभूषण गौतम, पंकज सिंह , महेश दुबे, रमाशंकर बघेल आदि उपस्थित हुये।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *