बिलासपुर पुलिस की ऑपरेशन टीम साइबर 2020 को एक और बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने साइबर फ्रॉड करने वाले तीन आरोपियों के साथ उनके एक नाबालिक साथी को भी गिरफ्तार किया है ।

बिलासपुर शिवा गौरव

बिलासपुर पुलिस की ऑपरेशन टीम साइबर 2020 को एक और बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने साइबर फ्रॉड करने वाले तीन आरोपियों के साथ उनके एक नाबालिक साथी को भी गिरफ्तार किया है । इनका संबंध झारखंड देवघर और जामतारा से है ।पुलिस ने इन आरोपियों को पकड़ने के लिए 12 दिनों तक झारखंड में कैम्प लगाकर पूरी रणनीति के साथ कार्य कार्य किया जिसके बाद चुन्ना पंडित, जफर अंसारी और अब्दुल खालिक को गिरफ्तार किया गया। ये सभी गूगल में कस्टमर केयर बनकर लोगों को ठगते थे। तारबाहर थाना क्षेत्र की प्रियंका देवांगन भी इनके झांसे में आ गई ।जिन्होंने ब्लू डार्ट कोरियर सेवा का नंबर गूगल से सर्च कर जब उस नंबर पर कॉल किया तो वह आरोपियों के चंगुल में फंस गई जिन्होंने फोन पे के माध्यम से उन्हें झांसा देकर करीब ₹10,000 का चूना लगाया।

इसी तरह तारबाहर थाना क्षेत्र में रहने वाली गरिमा ने भी ऑनलाइन सामान ऑर्डर किया था। डिलीवरी नहीं होने पर उन्होंने गूगल से कस्टमर केयर का नंबर ढूंढ कर जब कॉल किया तो सामने वाली पार्टी ने उनसे फोन पे के माध्यम से क्यूआर कोड स्कैन करा कर ₹31,000 की धोखाधड़ी की। इसी तरह सरकंडा थाना क्षेत्र में रहने वाले रामचंद्र सवाई अपने बैंक खाते का स्टेटमेंट जानना चाहते थे इसके लिए उन्होंने एसबीआई हेल्पलाइन नंबर गूगल से ढूंढ कर जब उस पर कॉल किया तो उनका संपर्क जामताड़ा के कुख्यात ठगों से हो गया जिन्होंने उन्हें ऑप्शन बताकर क्विक सपोर्ट, एनीडेस्क, s.m.s. फिल्टर डाउनलोड करा कर ₹1 लाख 16,000 ठग लिए। जब वे एसबीआई बैंक पहुंचे तो उन्हें खुद के ठगे जाने की जानकारी हुई।
पिछले दिनों सायबर मितान अभियान चलाने के बाद भी बिलासपुर में लगातार साइबर ठगी होने के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और साइबर एक्सपर्ट कलीम खान, तारबाहर थाना प्रभारी प्रदीप आर्य, सरकंडा थाना प्रभारी जेपी गुप्ता के साथ एक संयुक्त टीम बनाई गई ,जिन्होंने सबसे पहले इन अपराधियों का लोकेशन ढूंढा जो झारखंड का निकला। इसके बाद पुलिस टीम बाकायदा स्थानीय लोगों जैसी वेशभूषा बनाकर वहां रेकी करने लगी। टीम ने साइबर 2020 मिशन को अंजाम देने के लिए झारखंड में ही करीब 12 दिनों का कैंप लगाया और आखिरकार वे जामताडा के कुख्यात ठगों तक पहुंचने में सफल हुए । यह ठग अपना नंबर गूगल में बड़ी कंपनियों के कस्टमर केयर का नंबर बता कर पोस्ट करते थे । वही जब उनसे कोई फोन पर संपर्क करता तो वे क्विक सपोर्ट ,एनी डिस्क ,s.m.s. फिल्टर जैसे ऐप डाउनलोड करा कर उनसे सारी गोपनीय जानकारी हासिल कर लेते और आसानी से उनका पैसा निकाल लेते। बिलासपुर पुलिस ने ठगों के पास से ठगी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे मोबाइल और कुछ रकम जरूर जप्त किया है लेकिन आरोपियो द्वारा अधिकांश रकम को शराब खोरी, घूमने-फिरने और फिजूलखर्ची में ही उड़ा दिया गया है।

इस मामले में बिलासपुर पुलिस ने जाम तारा के चुन्ना पंडित ,जफर अंसारी और अब्दुल खालिक को गिरफ्तार किया है। इन्हीं का एक और साथी नाबालिक को भी पुलिस ने धर दबोचा है। पूरे मामले का खुलासा करते हुए बिलासपुर पुलिस ने लोगों को आगाह किया कि वे इस तरह से गूगल पर ढूंढ कर किसी भी कस्टमर केयर पर फोन करने की गलती ना करें और ना ही उनके द्वारा बताए गए किसी ऐप को डाउनलोड करें । ना ही किसी अनजान आदमी के साथ अपने बैंक संबंधित डिटेल शेयर करें। सोशल साइट्स पर ई वॉयलेट के दुरुपयोग से ही साइबर अपराधियों की चांदी हो रही है जिससे जरा सी सावधानी अपनाकर बचा जा सकता है। लगातार बिलासपुर पुलिस ने दूसरे दिन साइबर ठगी के बड़े मामले का खुलासा करते हुए सफलता अर्जित की है। बिलासा गुड़ी में मामले का खुलासा करते हुए पुलिस कप्तान ने कामयाबी हासिल करने वाली पुलिस टीम की सराहना की है।

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